फुरसतों में दिन पुराने याद आ ही जाते हैं उन दिनों की भीड़ में से अब नहीं दिखता कोई। आज से... फुरसतों में दिन पुराने याद आ ही जाते हैं उन दिनों की भीड़ में से अब नहीं दिख...
माँ जिसने अपना सर्वस्य न्योछावर कर दिया अपने बच्चों पर क्या बच्चे उस सिद्दत से माँ का ख्याल रखते हैं... माँ जिसने अपना सर्वस्य न्योछावर कर दिया अपने बच्चों पर क्या बच्चे उस सिद्दत से म...
बाल कविता(कक्षा-1) बाल कविता(कक्षा-1)
नए नहीं हैं, हम तो रूह की , गहराई में बसते हैं। नए नहीं हैं, हम तो रूह की , गहराई में बसते हैं।
उर्जा का तुम स्रोत किरणों से जगत को करते ओतप्रोत, नित -नित हम वंदन करते हैं। ह उर्जा का तुम स्रोत किरणों से जगत को करते ओतप्रोत, नित -नित हम वंदन...
दिन-रात सेवा में जुड़े हैं चिकित्सक बिना अपनी परवाह किये ख़ुद संक्रमण में आ रहे हैं,बिना दिन-रात सेवा में जुड़े हैं चिकित्सक बिना अपनी परवाह किये ख़ुद संक्रमण में आ रहे...